जनिए शनि ग्रह के नीलम रत्न (नग) का प्रभाव, गुण-दोष, विधि-नियम,लाभ-हानी,महत्व-पहचान एवं कौन कब और कैसे धारण करने से बनेगा मालामाल या कंगाल Neelam stone benifit in hindi

शनिदेव जी का रत्न नीलम अगर किसी भी व्यक्ति को रास आ जाए यानी सूट हो जाये तो उसके वारे न्यारे कर देता है,उसकी किस्मत चमक जाती है। बहुत सी खूबियां और गुण है नीलम रत्न में  लेकिन क्या यह सत्य है इस तथ्य की पीछे क्या सिद्धांत है ? क्या है नीलम के चमत्कार? नीलम रत्न के लाभ और हानी क्या है? नीलम रत्न धारण करने की विधि विधान क्या है? और नीलम रत्न की वास्तविक कीमत और पहचान क्या है? क्या नीलम रत्न शनि ग्रह का प्रतिनिधि रत्न है? यह एक अत्तयंत प्रभावशाली रत्न होता है!लेकिन अच्छाई के साथ बुराइयाँ भी बहुत है,नीलम रत्न हर किसीशको रास नहीं आता है।नीलम शनि ग्रह  का रत्न होने के कारण शनि ग्रह की सभी विशेषताए इसमें विद्यमान होती है,जैसे पहले कष्टों से जूझना और  फिर जरूरत से जादा दे देना। लेकिन ऐसा कहना भी बिलकुल गलत होगा की शनि किसी जातक को बैठे बिठाए शोहरत दे देता है। नहीं शनी तो कठिन परिश्रम का घोतक माना जाता है। 

जनिए शनि ग्रह के नीलम रत्न (नग) का प्रभाव, गुण-दोष, विधि-नियम,लाभ-हानी,महत्व-पहचान एवं कौन कब और कैसे धारण करने से बनेगा मालामाल या कंगाल Neelam stone benifit in hindi

Neelam stone benifit

शनि
ग्रह का नीलम रत्न बहुत ही ताकतवर माना जाता है। शनि दोष के प्रभाव को कम करने के लिए नीलम रत्न पहनने की सलाह दी जाती है। अगर नीलम आपको पॉजीटिव असर दे रहा है तो कुछ दिनों में आप मालामाल बन जाओगे। दबी हुई इच्छाओं की पूर्ति होगी लेकिन अगर शनि आपके अशुभ स्थान है तो नीलम बहुत गलत प्रभाव देने वाला होगा। इसीलिए किसी भी रत्न को धारण करने से पहले ज्योतिष की सलाह अवश्य ले कि किस जातक को कब और कैसे नीलम धारण करना चाहिए? किको अच्छा प्रभाव देगा किसको नही?किसको लाभ देगा किसको हानि? कौन मालामाल बनेगा और कौन भिखारी? आज हम इस आर्टिकल में शनि ग्रह का नीलम रत्न के बारे मे जानेंगे।

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किसे पहनना चाहिए नीलम रत्न 

ज्योतिष तत्व के अनुसार विना नियम और विधि विधान के धारण किय गया नीलम रत्न आपको परेशानी में डाल सकता है।इसीलिए बिना जांच पड़ताल के इसे न पहने। विशेषकर यह रत्न कुम्भ राशि और मकर राशि वालों को धारण करनी चाहिए। लेकिन अगर आपका शनि वक्री चल रहा हो और शुभ भावों का प्रतिनिधित्व कर रहा हो तो नीलम रत्न पहनना चाहिए।  अगर शनि किसी की कुण्डली में 4थे, 5वें, 10वें और 11 वें भाव मे हो तो आपको तुरन्त नीलम रत्न पहनना चाहिए।  

किसे नहीं पहनना चाहिए नीलम रत्न 

नीलम रत्न आपके लिए घातक बन सकता है अगर इसकी सही प्रकार से नियम व ज्योतिष परामर्श न किया हो। शनि ग्रह सभी ग्हों में से सबसे क्रूर और कष्टकारी माना जाता है। ज्यादातर लोग शनि के कुप्रभाव के कारण दुखी ही रहते है। शनि ग्रह अगर गलत भाव में है तो नीलम आपकी आंखों सम्बन्धित दिक्त करेगा। शनि अमंगल व हानिकारक है अतः विना ज्योतिष परामर्श के न धारण करे।

नीलम रत्न धारण करनें से किसे मिलेगा फायदा 

नीलम रत्न धारण करने से पहले कुछ बातों को जानना बहुत आवश्यक है नही तो आपको परेशानी भी दे सकता है। नीलम अगर आपको सूट हो गया तो बहुत फायदा देने वाला है।

👉 नीलम पहनने से दिमाग की शक्ति बढ जाती है । आप रिसर्च या तकनीकी सम्बन्धित कार्यों मे रुचि लेते है।

👉 नीलम आपकी आंतरिक शक्ति को बढाता है। जिससे आपकी कार्य करने की छमता बढ जाती है।

👉 नीलम रत्न व्यवहार कुशलता को बढाता है और समाज में मान-प्रतिष्ठा दिलाता है।

👉 नीलम धारण करने से मन की एकाग्रता बढ जाती है जि से आप हर सफलता को हासिल करने मे सफल होते हो।

👉 अगर आपकी कुण्डली में शनि की महादशा विपरित हो तै। अच्छा शुभ संकेत देता है।

नीलम रत्न किस राशी के लिए कैसा रहेगा--
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नीलम रत्न किस राशी पर कैसा प्रभाव डालता है क्या इसके गुण दोष है। और आपके लिए शुब होगा या अशुभ यह जानना बहुत ही जरूरी है। 

1- मेष राशि - मेष का स्वामी मंगल होने के कारण शनि की शत्रु राशि है इस राशि के लोगों को नीलम रत्न नही पहनना चाहिए नहीं तो आपको भारी नुकसान उठाना होगा।

2- वृषभ राशि - आपका स्वामी शुक्र होने के साथ शनि की मित्र राशी है आपको तुरन्त नीलम रत्न पहनना चाहिए शुभ संकेत देगा।

3- मिथुन राशि - बुध भी शनि की मित्र राशी है किन्तु इस राशि वालों को एक बार अच्छे ज्योतिष से परामर्श लेना बहुत जरुरी है।

4- कर्क राशि - शनि का सप्तम और अष्टम भाव में होना अशुभ माना जाता है। कर्म राशि वालों को नीलम नहीं पहनना चाहिए क्योंकि कर्क के स्वामी चन्द्र के साथ दुश्मनी है। 

5- सिंह राशि - सिंह का स्वामी सूर्य होने के कारण शनि शत्रुता भाव रखता है नीलम रत्न आपको खाई में लेकर जायेगा।

6- कन्या राशि - इसका स्वामी बुध होने के कारण मित्र राशी है। फिर भी जांच करके आपको नीलम बहुत लाभ देगा।

7- तुला राशि - इस राशि वालों को अधिक फायदा उठाने के लिए नीलम पहनना चाहिए।  क्योंकि इसका स्वामी शुक्र होने के कारण शनी की मित्र राशि है।

8- वृश्चिक राशि - इसका स्वामी मंगल होने के कारण शनि का वैरी भाव है।पहनने से अशुभ संकेत ही देगा। आपको नहीं पहनना चाहिए। 

9- धनु राशि - इसका स्वामी गुरू होने के कारण शनि और गुरू के बीच समभाव है। आपको नीलम रत्न पहनना चाहिए। 

10- मकर राशि - इसका स्वामी शनि ही है। आपको आकस्मिक लाभ देगा दमिक इच्छाओं की पूर्ति होगी,हर पल शुभ संकेत देगा।

11- कुंभ राशि - इस राशि के लोग अगर नीलम रत्न धारण करते है तो उनके भाग्य में वृद्धि होती है।  किस्मत चमक उठती है। शनि आपके साथ वही करता है जो आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।

12- मीन राशि - इस राशि का स्वामी गुरू होने के कारण सम भाव रखता है नीलम धारण करने से पहले ज्योतिष परामर्श आपके लिए जरूरी है।

नीलम रत्न धारण करने की विधि विधान

किसी ज्योतिष कर्ता से सही मुहूर्त  निकलकर या शुक्ल पक्ष के किसी भी शनिवार को सोने या चांदी की अंगूठी मे जडवाकर अंगूठी की प्राण प्रतिष्ठा करें। अंगूठी को पंचामृत मे डबो कर रखें, फिर गंगाजल में डुबोएं ।यथा शक्ति अनुसार भगवान शनिदेव की पूजा आराधना करें। इसके बाद 11 बार शनैश्चरायै नमः मंत्र का उच्चारण करें।  फिर कुछ देर के लिए अपनी मन की इच्छा मनोकामना बोलकर शनिदेव के चरणों में अर्पित कर दें। फिर 108 बार शनि मंत्र ( ॐ प्रां, प्रीं, प्रौं सः शनैश्चरायै नमः) मंत्रों का जाप करें। 

नीलम रत्न की पहचान एवं उपरत्नों के नाम

1- उपरत्न नाम - नीलम रत्न बेहद कीमती और बहुत कम पाया जाने वाला रत्न है। इसीलिए लोगों ने इसी की तरह कयी नकली रत्न भी बनाए है जिसका व्यक्ति पर कोई प्रभाव नहीं पढता है। नीलम रत्न की पहचान होना भी परम आवश्यक है।  नीलम के कयी उप रत्न भी है जो इस प्रकार से है। - एमेथिस्ट, -ब्लैकस्टार, -ब्लू टोपाज भी आप धारण कर सकते उतना नहीं परन्तु इनका भी काफी अच्छा प्रभाव पड़ता है।

2- नीलम की पहचान - नीलम बाजार मे कयी तरह के मिलते है क्योंकि यह बहुत ही कीमती होता है और बहुत कम पाया जाता है। इसीलिए लोग धोखाधड़ी बहुत करते है। नीलम की पहचान के लिए यह आवश्यक देखें-----

● नीलम को शुद्ध दूध में डाल दे तो कुछ देर में ही दूध का रंग नीला हो जाता है यह असली रत्न है।

● नीलम को साफ कांच के गिलास में पानी भर कर उसमें डाल दें। कुछ ही देर में पानी की उपरी परत में चमकीला रंग दिखने लगता है जैसे मोर पंख पर दिखाई देता है तो समझो असली है।

● नीलम रत्न भारी होता है इसका वजन 3.98 के लगभग होता है। इसीलिए देखकर खरीदें। 

● असली नीलम में दो लियर दिखाई देती है इसीलिए इसकी लियर को अवश्य देख लें।

● नीलम रत्न चमकदार एवं बहुत सुन्दर होता है। जबकी नकली रत्न कम चमकदार होती है,इसको जांच लें।

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